RITISH YADAV

Friday, February 25, 2011

पाइथागोरस by Ranjeet yadav

सामोस के पाईथोगोरस जन्म 580 और 572 ई.पू. के बीच हुआ, और मृत्यु 500 और 490 ई.पू. के बीच हुई) एक अयोनिओयन (Ionianग्रीक (Greek)गणितज्ञ (mathematician) थे और पाईथोगोरियनवाद(Pythagoreanism)नामक धार्मिक आन्दोलन के संस्थापक थे.उन्हें अक्सर एक महान गणितज्ञ , रहस्यवादी (mystic) और वैज्ञानिक (scientist) के रूप में सम्मान दिया जाता है; हालांकि कुछ लोग गणित और प्राकृतिक दर्शन में उनके योगदान की संभावनाओं पर सवाल उठाते हैं.हीरोडोट्स उन्हें "यूनानियों के बीच सबसे अधिक सक्षम दार्शनिक" मानते हैं.उनका नाम उन्हें पाइथिआ (Pythia) और अपोलो से जोड़ता है; एरिस्तिपस (Aristippus)ने उनके नाम को यह कह कर स्पष्ट किया कि "वे पाइथियन(पाइथ-) से कम सच (एगोर-)नहीं बोलते थे,", और लम्ब्लिकास (Iamblichus)एक कहानी बताते हैं कि पाइथिआ ने भविष्यवाणी कि की उनकी गर्भवती मान एक बहुत ही सुन्दर, बुद्धिमान आदमी को जन्म देगी जो मानव जाती के लिए बहुत ही लाभकारी होगा.


वो पहले आदमी थे जो अपने आप को एक दार्शनिक, या बुद्धि का प्रेमी कहते थे, और पाइथोगोरस के विचारों ने प्लेटो पर एक बहुत गहरा प्रभाव डाला.दुर्भाग्य से, पाइथोगोरस के बारे में बहुत कम तथ्य ज्ञात हैं, क्योंकि उन के लेखन में से बहुत कम ही बचे हैं.पाइथोगोरस की कई उपलब्धियां वास्तव में उनके सहयोगियों और उत्तराधिकारियों की उपलब्धियां हैं


बर्ट्रेंड रसेल,ने पश्चिमी दर्शन के इतिहास (History of Western Philosophy),में बताया कि पाइथोगोरस का प्लेटो और अन्य लोगों पर इतना अधिक प्रभाव था कि वह सभी पश्चिमी दार्शनिकों में सबसे ज्यादा प्रभावी माना जाता था

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